Wednesday 30 August 2017

योनी में खुजली, जलन, सूजन (दर्द) इन्फेक्शन के कारण और इलाज

लड़कियों और महिलाओं में होने वाली योनी से सम्बंधित खारिश (खुजली), जलन और इन्फेक्शन परेशानी का सबब और शर्मिंदगी का कारण बन सकती है| वैसे तो त्वचा की खुजली और जलन शरीर के किसी भी स्थान पर होने पर हमें टेंशन और irritation में डाल सकती है लेकिन जब यह खुजली और जलन योनी जैसी sensitive जगह पर हो तो इससे बड़ी irritating बात महिलाओं के लिए दूसरी कोई और नहीं होती| प्राइवेट पार्ट यानि महिलाओं के गुप्तांग में खुजली कई कारणों से हो सकती है और किसी को भी कभी भी हो सकती है| योनी की खुजली के साथ अकसर महिलाओं में दुसरे लक्षण भी देखने को मिलते हैं जैसे दर्द, जलन, सूजन, लालिमा, खुश्की आदि| इन लक्षणों के कारण अकसर महिलाएं अपने दैनिक कार्य ठीक से नहीं कर पाती| जयादातर खुजली और जलन इन्फेक्शन का लक्षण होती हैं जो की खतरनाक नहीं होती लेकिन सही निर्णय यही है की आप अपने डॉक्टर से पास जाकर अपनी समस्या का जल्द इलाज करवा लें|

योनी में खुजली, जलन और सूजन होने के कारण
जैसा की हमने ऊपर बताया की जयादातर प्राइवेट पार्ट्स में खारिश और जलन के पीछे इन्फेक्शन यानि संक्रमण ही जिम्मेदार होता है तथा सूजन, दर्द, खुश्की आदि इसी इन्फेक्शन के लक्षण होते हैं| आइये जानते हैं वो कौनसे कारण हैं जिनके द्वारा गुप्तांग में itching और irritation हो सकती  है|
Bacterial vaginosis
आमतौर पर लेडीज के गुप्तांग पर स्वस्थ प्रकार के बैक्टीरिया रहते हैं जिनसे कोई भी प्रॉब्लम नहीं होती लेकिन कभी कभी कई कारणों से बुरे बैक्टीरिया की संख्या ज्यादा हो जाती है और आपको प्राइवेट पार्ट  में बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो जाती है जिसके लक्षण होते हैं खुजली, जलन, सूजन और बदबूदार डिस्चार्ज होना|
Sexually transmitted disease (STDs)
STD यानि यौन रोग के द्वारा भी अकसर महिला को योनी की खारिश और दुसरे लक्षण होने की शिकायत होती है| नीचे कुछ यौन गुप्त रोग हैं जिनके कारण प्राइवेट पार्ट में खाज होना एक आम बात है|
  • Trichomoniasis – यह एक यौन रोग है जो trichomonas नामक परजीवी द्वारा फैलाया जाता है| यह अकसर छोटी उम्र की लड़कियों में असुरक्षित यौन संबंधों के कारण होता है| इसमें योनी पर खारिश, गुप्तांग से बदबू, जलन, और पीले हरे रंग के द्रव का स्त्राव होता है|
  • Chlamydia – यह एक बैक्टीरिया जनित रोग है जिसमें रोगी को योनी पर दर्द, सुजन , पेशाब में जलन और बदबूदार द्रव का स्त्राव होता है| यदि इसका इलाज ना हो तो बाँझपन और एक्टोपिक pregnancy का खतरा रहता है|
  • Gonorrhea – यह यौन रोग भी बैक्टीरिया द्वारा होता है| बार बार पेशाब आना और पेशाब में जलन होना, पीले रंग का डिस्चार्ज होना, योनी में सूजन और दर्द इसके मुख्य लक्षण होते हैं|
  • Genital Herpes – यह herpes simplex virus (HSV) द्वारा फैलाया जाता है इसमें गुप्तांग के आस पास दाने और घाव हो जाते हैं| इसमें रोगी को जलन , दर्द और काफी तेज खुजली रहती है|
यीस्ट इन्फेक्शन

यीस्ट इन्फेक्शन हर चार में से 3 महिलाओं को अपनी जिन्दगी में एक बार या उससे ज्यादा बार अपना शिकार बनती है| यह उन महिलाओं को अधिक होती है जो महिलाएं शराब, birth कण्ट्रोल पिल्स, ख़राब खान पान का सेवन करती हैं| मानसिक तनाव, कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता, डायबिटीज द्वारा ग्रसित महिलाओं में भी यीस्ट इन्फेक्शन ज्यादा होने का खतरा रहता है| इसमें योनी से सफेद क्रीम रंग का डिस्चार्ज होता है, बदबू आती है, योनी में दर्द, जलन और सूजन रहती हैं और पेशाब और सम्भोग के समय दर्द और जलन होती है|

रजोनिवृत्ति (menopause)

रजोनिवृत्ति यानि एक उम्र के बाद जब महिलाओं का मासिक चक्र रुक जाता है तब महिला के शरीर में estrogenहोरमोन में कमी आती है जिसके प्रभाव से महिलाओं की योनी की त्वचा पतली और खुश्क हो जाती है जिससे जलन और irritation होने का खतरा रहता है|
इन कारणों के के अलावा योनी पर केमिकल युक्त पदार्थों का इस्तेमाल जैसे डिटर्जेंट, साबुन, deo, कक्रीम, टॉयलेट पेपर, कंडोम, सफाई सफाई की कमी आदि द्वारा भी इन्फेक्शन जलन और खुजली का खतरा रहता है| इनके अलावा दवाइयां, स्किन कंडीशन जैसे lichens sclerosus, genital warts गिले और टाइट undergarments पहनना भी इस समस्या के लिए जिम्मेदार होते हैं|

योनी में जलन, खुजली और सूजन का इलाज क्या हैं | Vaginal itching, infection treatment

वैसे तो यदि आपकी समस्या के पीछे कोई बड़ा कारण नहीं है तो खुजली और दुसरे लक्षण अपने आप ही ठीक हो जायेंगे| लेकिन यदि आपको एक या दो दिन बाद भी आराम ना आये तो डॉक्टर से मिलिए| डॉक्टर आपकी योनी की जांच करेगी और डिस्चार्ज का सैंपल लेकर इन्फेक्शन के प्रकार के बारे में पता करेगी और आपको जरुरी उपचार देगी जैसे
STD होने पर आपको एंटीबायोटिक या एंटी परासिटिक दावा दी जाएगी|
यीस्ट इन्फेक्शन हों पर अकसर डॉक्टर रोगी को एंटी फंगल दावा और क्रीम लिखते हैं|
Menopause के केस में आपको estrogen क्रीम और टेबलेट दी जाती है|
अन्य प्रकार की खुजली और इन्फेक्शन में डॉक्टर आपको स्टेरॉयड युक्त क्रीम और inflammation कम करने वाली दावा भी दे सकता है|

योनी में खुजली , जलन और सूजन से बचने के घरेलु उपाय

आप निम्न उपाय अपनाकर भविष्य में प्राइवेट पार्ट की irritation और इन्फेक्शन से बच सकती हैं|
  1. सबसे पहले तो आपको अपने प्राइवेट पार्ट्स और अपने शरीर की साफ़ सफाई का खास खेयाल रखना होगा| रोजाना अपने प्राइवेट पार्ट को किसी माइल्ड खुशबू रहित साबुन से धोएं| ज्यादा नहीं धोना क्योंकि ऐसा करने से खुश्की यानि dryness बढ़ सकती है|
  2. प्राइवेट पार्ट पर deo, क्रीम, साबुन, खुशबूदार पैड्स आदि के इस्तेमाल से परहेज करिए| इनमें पाए जाने वाले chemicals आपकी त्वचा को irritate कर सकते हैं|
  3. सम्भोग करते समय हमेशा सुरक्षित सम्बन्ध बनाएं और यदि आपको प्राइवेट पार्ट में खुजली या infection है तो बेहतर होगा आप ठीक होने के बाद ही सम्भोग करें|
  4. हमेशा कॉटन वाले undergarment पहने और दिन में दो बार उन्हें बदलिए|
  5. खुजली वाली जगह को खुजाने से परेहज करें इससे इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है|
  6. भोजन में दही का ज्यादा इस्तमाल करें दही के गुड बैक्टीरिया आपके प्राइवेट पार्ट्स को इन्फेक्शन से बचने में मदद करते हैं|
  7. शौच करके के बाद गुप्तांगों के सफाई का विशेष ख़याल रखें|
योनी में खुजली, जलन और इन्फेक्शन जैसे लक्षण होने पर सबसे अच्छा इलाज यह होता है की आप ऐसे लक्षण दीखते ही अपने डॉक्टर के पास चले जायें| तो बहनों ऊपर दिए गए बचाव के टिप्स अपनाएं और सेहतमंद रहे ताकि आपको भविष्य में ऐसी समस्या ना हो|
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